वहांके कुएं में सोना होने की बातें... फिर मानो या ना मानों की टीम के साथ गया था तब वही मंदीर का माहौल अलग थाकार जाने का रास्ता बना हुआ है। अब वह मंदीर इच्छा पुर्ती मंदिर बना है। कल का जंगल में सूनसान पड़ा मंदीर मे आज बच्चे मांगने वालों की मन की मुराद पुरी होती है।
उदय मेहता पूछते है, नाडी भविष्य का आज कल के आपके जीवन में क्या मायने है?
जी हां, मरे जीवनपर अच्छा असर पडा है। तथा मेरा बच्चों के जीवन पर पड़ा है। इसलिए धर्म तथा नीतिसे प्रोफेशन में काम करता हूं ताकि मेरे द्वारा लालच में आकर वही गलती ना हो। पुर्व कर्म आपको भुगत ने ही पडते हैं तो क्यों हम आजके जीवनकाल में अच्छे कर्म करें? नीचे
" मानो या ना मानो " की एक कडी प्रस्तूत है